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Grand Sant Sammelan in Gyan Mansarovar

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पानीपत ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर के दादी चंद्रमणि यूनिवर्सल पीस ऑडिटोरियम में विराट संत सम्मलेन का आयोजन किया गया।  इस संत सम्मेलन में  भिन्न भिन्न  स्थानों से  महामंडलेश्वर एवं  संतों ने भाग लिया।  इस विराट संत सम्मलेन की शोभा बढ़ाने के लिए  मुख्य रूप से  आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी, सहारनपुर,   महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, अंबाला कैंट,   आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश,  डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र से पधारे। साथ – साथ  राजयोगी रामनाथ भाई जी  धार्मिक विंग के हडक्वार्टर कोऑर्डिनेटर माउंट आबू से  पधारे।  संत सम्मलेन में  पानीपत एवं अन्य  शहरों के  800 से अधिक भाई बहनों ने भाग लिए।
      सभी  महामंडलेश्वरो को  एवं संतों को  बहनों ने  बैज लगाकर एवं गुलदस्तें देकर सम्मानित किया। राजयोगी रामनाथ भाई जी राजयोगी भ्राता भारत भूषण, राजयोगिनी सरला दीदी एवं सभी  महामंडलेश्वरो एवं संतों ने मिलकर  दीप प्रज्वलन कर इस संत सम्मलेन  का शुभारम्भ किया।

      आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर सहारनपुर ने अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि धर्म ही हमारी राष्ट्र की नीवं है।  धर्म हमें आपस में लड़ना नहीं सिखाता अपितु हमें आपस में प्यार से मिलजुलकर रहना सिखाता है। ब्रह्माकुमारीज़ में मैंने देखा है कैसे उनका सब के लिए रूहानी प्यार है इनके नैनों से चेहरे से परमात्म प्यार की अनुभूति होती है।

महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी अंबाला कैंट अपनी  शुभकामनायें देते हुए कहा कि अध्यात्म का अर्थ होता है आत्मा का अधिकारी हो जाना। आज मनुष्य के पास ज्ञान तो बहुत है लेकिन आवश्यकता है उसे जीवन में धारण कर स्वरूप में लेन की।
आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश, ने अपनी  शुभकामनायें देते हुए कहा कि गंगा स्नान करने से आत्मा पवन नहीं होती है आत्मा पावन तो परमात्मा की याद से होती है।  परमात्मा पारस की तरह है जब आत्मा परमात्मा के संग में रहती है तो वह भी सच्चा सोना बन जाती है।

राजयोगी रामनाथ भाई जी माउंट आबू अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज का मनुष्यों के दुखो का कारण अज्ञान है सारी दुनिया अज्ञानता की नींद में सोया हुई  है। लेकिन जब मनुष्य स्वयं एवं अपने परमपिता परमात्मा को जान जाते है तो उसके सरे दुःख दर्द समाप्त हो जाते है।

राजयोगी बी. के. भारत भूषण, निर्देशक, ज्ञान मानसरोवर ने कहा कि परमात्म शक्ति का अनुभव करने के लिए पहले आत्मिक शक्ति का अनभुव करना है।  तो स्वयं को  पहचाने, आत्मा का अनुभव करे तब स्वतः परमात्म  शक्ति का अनुभव होगा।

राजयोगिनी बी. के. सरला, सर्कल इंचार्ज , पानीपत  ने परमात्म शक्ति का अनुभव करने के लिए राजयोग का अभ्यास कराया।  बी. के. शिवानी बहन , पानीपत ने कुशल मंच का संचालन किया।  मंच पर डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र से एवं बी के सुरेश बहन, बिजनौर उपस्थित रहे।  कार्यक्रम में सभी का धन्यवाद बी के जगपाल, बिजनौर ने किया।

 

1.विराट संत सम्मेलन का दीप प्रज्वलन कर  शुभारम्भ करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, आचार्य परमानंद जी,  डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  राजयोगी रामनाथ भाई जी,  राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी एवं अन्य।

2.विराट संत सम्मेलन में मंच पर उपस्थित आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, आचार्य परमानंद जी,   डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  राजयोगी रामनाथ भाई जी,  राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी एवं अन्य।

3.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए  आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी, सहारनपुर।

4.महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, अंबाला कैंट, को तिलक लगते हुए एवं ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।

5.आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश को ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।
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6. डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र को ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।
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7.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए राजयोगी रामनाथ भाई जी।

8.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए राजयोगी भारत भूषण भाई जी।

9.आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  साहरनपुर को शॉल उड़ाकर सम्मानित करते हुए भ्राता          भारत भूषण जी एवं भ्राता रामनाथ भाई जी।

10. विराट संत सम्मेलन का लाभ  लेते हुए भाई बहने।

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विराट संत सम्मेलन Grand Sant Sammelan

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पानीपत ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर के दादी चंद्रमणि यूनिवर्सल पीस ऑडिटोरियम में  विराट संत सम्मेलन का आयोजन किया गया।   इस संत सम्मेलन का विषय रखा गया “मनजीते  जगजीत”  इस संत सम्मेलन की शोभा बढ़ाने के लिए   मुख्य रूप से मुख्यालय माउंट आबू से आदरणीया वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी जी वाइस चेयरपर्सन , एजुकेशन विंग, राजयोगी बीके रामनाथ भाई जी  मुख्यालय कोऑर्डिनेटर धार्मिक विभाग पधारे।  इस विराट संत सम्मलेन में  विभिन्न स्थानों से अनेकानेक महामंडलेश्वरों एवं संतों ने भाग लिया। आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी (सहारनपुर), महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी (पटौदी), गोस्वामी सुशील जी महाराज (दिल्ली),  महामंडलेश्वर स्वामी सुरेंद्र शर्मा जी, बुलंदशहर, आचार्य शेष नारायण जी, सोनीपत,  ज्ञान मानसरोवर निर्देशक बी.के. भारत भूषण, पानीपत सर्किल इंचार्ज राजयोगिनी सरला दीदी आदि उपस्थित रहे। इस संत सम्मेलन में पानीपत जिले के सभी मंदिरों के पुजारियों ने भी भाग लिया।

सर्वप्रथम ब्रह्माकुमारी बहनों ने मंच पर उपस्थित सभी महानुभावों का बैज एवं गुलदस्ते के द्वारा स्वागत किया। तत्पश्चात ज्ञान मानसरोवर निदेशक बीके भारत भूषण व सर्किल इंचार्ज बीके सरला बहन जी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का सभी पूज्य संत जनों द्वारा दीप प्रज्वलन से शुभारंभ किया गया। इस संत सम्मेलन में 1000 से अधिक भाई बहनों ने भाग लिया।

आदरणीया  वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी जी ने अपनी  शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मनजीते बनने का अर्थ यह नहीं है कि मन को मारना अपितु मन को सुमन बनाकर अमन करना है और यह मन सुमन तब होगा जब इसमें सूंदर सूंदर विचार होंगे। मन को 1 सेकंड में वश में किया जा सकता है और इसकी सहज विधि है राजयोग। राजयोग  के माध्यम के द्वारा हम अपने मन को जीत सकते है।  हिंसा के बल से  किसी का मन नहीं जीता जा सकता।  लेकिन अपितु प्रेम के बल से सबको जीता जा सकता है। साथ साथ  राजयोगिनी शीलू दीदी ने सभी को राजयोग का अभ्यास भी कराया।

आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर (सहारनपुर) ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे नाज हैं मैं भारत देश का रहने वाला हैं, भले ही मैं पूरी दुनिया मे घुमा हूं, लेकिन ऐसा पवित्र स्थान कहीं नहीं देखा। भारत विश्व का महान तीर्थ स्थान है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र उत्थान में अध्यात्म की बहुत जरूरत है और ये ब्रह्माकुमारीज संस्थान एक मिशन के रूप में अध्यात्म अर्थात आत्मा-परमात्मा  का सच्चा ज्ञान जन -जन तक पहुंचा रही है।

ब्रह्माकुमार भ्राता रामनाथ जी ने कहा कि आज साइंस ने भले ही बहुत तरक्की की है, सुख के लिए बहुत साधन बना दिए हैं, लेकिन उन साधनों में सदाकाल का सुख नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि सुख और शांति का स्रोत एक परमात्मा पिता है। उनको सदा याद करते रहें तो हम अपना जीवन सुखमय बना सकते हैं।

महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कार्यक्रम में अपनी शुभ कामना देते हुए कहा कि जैसा आहार वैसा व्यवहार, जैसा पानी वैसी वाणी। आहार की शुद्धि हमारे व्यवहार से जुड़ी है। स्वम् भगवान आबू के भूमि पर आये इसलिए हमें आबू के बाबू के काबू आ जाना चाहिए ।

गोस्वामी सुशील जी महाराज ने कहा कि केवल मंदिर जाना, गीता, रामायण आदि पढ़ना पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह तो परिवर्तन का हमारा पहला कदम होता है। ये सब करने के बाद हमें ज्ञान की बातों को जीवन में धारण करना बहुत जरूरी है। ज्ञान को केवल कंठस्थ करना ही काफी नहीं है। उसको व्यवहारिक जीवन में भी लाना है।

                    बीके भारत भूषण ने आये हुए महानुभावों का शब्दों के माध्यम से अभिनन्दन व्यक्त किया और साथ ही विषय पर बोलते हुए कहा कि ईश्वरीय शक्ति द्वारा ही स्वर्णिम युग आ सकता है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्था द्वारा जो सेवाएं और गतिविधियां हो रही हैं ये सब ईश्वरीय कार्य चल रहा है। यह ईश्वरीय शक्ति का प्रमाण है जो लाखों भाई बहनें पवित्र जीवन व्यतीत कर रहे है।

राजयोगिनी  सरला दीदी जी  सर्कल इंचार्ज, पानीपत ने कहा कि  ब्रह्माकुमारीज़ में आने वाले 10 लाख से ज्यादा भाई-बहनें ऐसे हैं जो घर गृहस्थ में रहते पवित्र जीवन व्यतीत कर रहे हैं। साथ साथ सभी महामंडलेश्वर एवं संतो का धन्यवाद् किया। भ्राता सतीश गोयल, अध्यक्ष  वृद्ध एंड अनाथ आश्रम, पानीपत, भ्राता राधे श्याम, सदस्य  धार्मिक विभाग, चंडीगढ़ से मंच पर उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में मंच का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन ने किया। नन्ही बालिकाओं ने स्वागत नृत्य और शिव महिमा नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सभी महामंडलेश्वरों एवं संतो को पुष्प मालाएं एवं दुष्याले पहनाकर और ईश्वरीय सौगात देकर सम्मानित किया गया।

1.   आदरणीया वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी जी वाइस चेयरपर्सन , एजुकेशन विंग, राजयोगी बीके रामनाथ भाई जी  मुख्यालय कोऑर्डिनेटर धार्मिक विभाग, आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी (सहारनपुर), महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी (पाटोदी), गोस्वामी सुशील जी महाराज (दिल्ली),  महामंडलेश्वर स्वामी सुरेंद्र शर्मा जी, बुलंदशहर, आचार्य शेष नारायण जी, सोनीपत,  ज्ञान मानसरोवर निर्देशक बी.के. भारत भूषण, पानीपत सर्किल इंचार्ज राजयोगिनी सरला दीदी, बी के सुनीता दीदी  एवं अन्य दीप प्रज्वलन कर विराट संत सम्मेलन का  शुभारंभ करते हुए।

2 विराट संत सम्मेलन में भाग लेने वाले मंच पर उपस्थित सभी पूज्य महामंडलेश्वर एवं संत जन।

3 विराट संत सम्मेलन में अपनी  अपने अनुभव युक्त विचार रखते हुए आदरणीया  वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी जी।

4 विराट संत सम्मेलन में अपनी  शुभकामनाएं देते हुए महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव, (पटौदी) ।  

5  विराट संत सम्मेलन में अपनी  शुभकामनाएं देते हुए राजयोगी  भ्राता रामनाथ जी।

6 विराट संत सम्मेलन में अपनी  शुभकामनाएं देते हुए आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी (सहारनपुर)

7 . विराट संत सम्मेलन में अपनी  शुभकामनाएं देते हुए राजयोगी भ्राता भारत भूषण जी।

8  विराट संत सम्मेलन में अपनी  शुभकामनाएं देते हुए गोस्वामी सुशील जी महाराज (दिल्ली),

9 विराट संत सम्मेलन में अपनी शुभकामनाएं देते हुए राजयोगिनी सरला दीदी जी।

10  विराट संत सम्मेलन में  कार्यक्रम का लाभ उठाते हुए भाई बहने।

11 भ्राता सतीश गोयल, अध्यक्ष  वृद्ध एंड अनाथ आश्रम, पानीपत को ईश्वरीय सौगात देते हुए राजयोगिनी सरला दीदी जी एवं भ्राता राम नाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।
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विश्व धरा दिवस समारोह – World Earth Day Celebration

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पानीपत ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर के दादी चंद्रमणि यूनिवर्सल पीस ऑडिटोरियम में विश्व धरा दिवस पर एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसका विषय रखा गया हमारा धराग्रह हमारी शक्ति । इस मौके पर डॉ. विकास, वाइस चांसलर, गीता यूनिवर्सिटी, पानीपत, भ्राता मुकेश शर्मा, सीनियर जनरल मैनेजर ,ISRL,पानीपत रिफाइनरी एवं  भ्राता हरप्रीत बरार , प्रिंसिपल, पायनियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सफीदों से मुख्य रूप से पधारें। इस कार्यक्रम में 500 से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। साथ साथ पायनियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 100 से अधिक शिक्षकगणों ने भी भाग लिया ।
                  डॉ. विकास ,  भ्राता मुकेश शर्मा, भ्राता हरप्रीत बरार ,भ्राता भारत भूषण जी  एवं अन्य मंचासीन ने मिलकर  दीप प्रज्वलित कर विधिवत तरीके से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया|
डॉ. विकास, वाइस चांसलर, गीता यूनिवर्सिटी,पानीपत ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम बहुत ही भाग्यशाली है जो इस स्थान पर उपस्थित होने का अवसर प्रदान हुआ और बताया की जब भी मैं यहां आता हूँ बहुत कुछ सीख कर जाता हूँ और आग्रह किया छात्र छात्राओं को कि जो भी बातें सुनाई जा रही हैं उन्हें ध्यानपूर्वक सुने एवं अपने जीवन में अवश्य धारण करें ।

भ्राता मुकेश जी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान इस धरा को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने के लिए आये है । इसलिए सबसे पहले हमें अपने  मन को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाना है। तभी हम इस विश्व को स्वच्छ एवं स्वस्थ बना सकेंगे।

ज्ञान मानसरोवर निदेशक बीके भारत भूषण भाई जी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जैसे धरा सब कुछ सहन करते हुए भी देती है। माँ समान सब की पालना  करती है ।दाता बनकर सब को देती है । ऐसे ही हमें भी दाता बनकर सब को देना है।  साथ साथ शब्दों से सब आये हुए मेहमानों का स्वागत भी किया।
बीके ज्योति बहन, हुडा पानीपत, ने बहुत ही सुन्दर सुन्दर शिक्षाओं पर एक्टिविटी का संचालन किया जिससे छात्र छात्राओं एवं शिक्षक बहुत खुश हुए| भ्राता हरप्रीत बरार,सफीदों ने भी अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आध्यात्मिक वातावरण में आने से हमारी मन की चंचलता समाप्त हो जाती है । जिससे हमारी कर्मेन्द्रियाँ शांत हो जाती है । बीके कीर्ति बहन,सफीदों ने राजयोग मैडिटेशन कमेंटरी कराके सबको योग की गहन अनुभूति कराई |
मंच का कुशल संचालन बीके दिव्या बहन, मडलौडा एवं बीके बी.के. कुसुम बहन, सफीदों ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी मंचासीन ने गुले गुलज़ार गार्डन में पौधारोपण किया ।
1: – डॉ. विकास, भ्राता मुकेश शर्मा, भ्राता हरप्रीत बरार ,भ्राता भारत भूषण जी  एवं अन्य  दीप प्रज्वलित करते हुए|
2:  डॉ. विकास, भ्राता मुकेश शर्मा, भ्राता हरप्रीत बरार ,भ्राता भारत भूषण जी  एवं अन्य पायनियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 100 से अधिक शिक्षकगण।
3: डॉ. विकास, वाइस चांसलर, गीता यूनिवर्सिटी,पानीपत अपनी शुभकामनाएं देते हुए।
4: भ्राता मुकेश जी अपनी शुभकामनाएं देते हुए।
5: ज्ञान मानसरोवर निदेशक बीके भारत भूषण भाई जी  अपनी शुभकामनाएं देते हुए।
6:  कार्यक्रम में 500 से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। साथ साथ पायनियर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 100 से अधिक शिक्षकगणों ने भी भाग लिया ।
7: बीके भारत भूषण भाई जी ईश्वरीय सौगात प्रदान करते हुए भ्राता हरप्रीत बरार को ।
8:  डॉ. विकास, वाइस चांसलर, गीता यूनिवर्सिटी,पानीपत एवं बीके भारत भूषण भाई जी पौधारोपण करते हुए।
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शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के नमस्ते प्रोजेक्ट का लॉन्चिंग-कैबनिट मिनिस्टर, हरियाणा,

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शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के नमस्ते प्रोजेक्ट का लॉन्चिंग भ्राता कृष्ण लाल पॉवर, कैबनिट मिनिस्टर, हरियाणा, शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग नेशनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमारी कमलेश दीदी, मुंबई, राजयोगिनी सरला दीदी, भ्राता भारत भूषण एवं शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के मेंबर्स  ने मिल कर की।
भ्राता कृष्ण लाल पॉवर, कैबनिट मिनिस्टर, हरियाणा ने नमस्ते प्रोजेक्ट का लॉन्चिंग करते हुए कहा कि हमारा तो सारे  दिन पब्लिक से मिलना होता है और उसमे हम कई बार नमस्ते करते है लेकिन कभी कभी  मिस  भी हो जाता है आज इसकी लॉन्चिंग पर अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ कि नमस्ते प्रोजेक्ट भारतीय संस्कृति को बड़ाने का बहुत अच्छा साधन है। अब से मैं दिन में अनेक बार नमस्ते करके अभिवादन करने का प्रयास करूँगा।पानीपत के ब्रह्माकुमारीज ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर के दादी पुष्पा सेमिनार  हॉल में शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग की 2 दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। यह 2 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम 25 से 26 अक्टूबर को आयोजित किया गया।  इस 2 दिवसीय ट्रेनिंग में भारत के कोने कोने से अनेकानेक  भाई बहनों ने भाग लिया है।

शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के  द्वारा पंजाब ज़ोन में पर्यटन क्षेत्र की ईश्वरीय सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए इस  ट्रेनिंग का आयोजन किया गया ।  जिसमें इस विंग के नेशनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमारी कमलेश दीदी विशेष मुंबई से हमारे बीच पधारें  और अपने अनुभवों के द्वारा सफलतापूर्वक सेवाओं को संपन्न करने की ट्रेनिंग दी। राजयोगिनी कमलेश दीदी, मनु भाई , डायरेक्टर ऑफ़ ALM, मेरीटाइम  कंसल्टेंसी सिंगापुर,  राजयोगिनी सरला दीदी, भ्राता भारत भूषण, बी के परवीना बहन, भरतपुर, बी के शैली बहन, अम्बाला  ने मिलकर इस शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग की ट्रेनिंग का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर विधिवत तरीके किया।

राजयोगिनी कमलेश दीदी, ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंजाब जोन में पर्यटन क्षेत्र का बहुत ही अच्छा स्कोप है। यहां पर ऐतिहासिक महत्व वाले अनेकों शहर, धार्मिक तीर्थ स्थल तथा प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर सैकड़ों हिल स्टेशन है, जहां पर हम बहुत अच्छी सेवाएं दे सकते हैं।

राजयोगिनी सरला दीदी, ने अपनी शुभकामनाएं  देते हुए कहा कि जो भी  ट्रेनिंग के माध्यम से हमें जो सिखाया जायेगा उसे सीख  कर हमें अपने  अपने  एरिया के पर्यटन पर सेवा करनी है तभी इस ट्रेनिंग का फायदा होगा।

भ्राता भारत भूषण जी ने अपनी  शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के अंतर्गत सेवा का बहुत चांस है। इसके अंतर्गत पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय, ट्रैवल एजेंसी, वेबसाइट एजेंसी,  पर्यटन संघ, पर्यटन पत्रकारिता, विरासत (हेरिटेज प्लेस)  आदि की सेवा कर सकते है।
बी के परवीना बहन, भरतपुर एवं बी के शैली बहन, अम्बाला  ने बताया हम इस तरह  पर्यटन क्षेत्र नवीनता और रमणीकता के साथ सेवा कर सकते है।

ईश्वरीय सेवा में,
आपका दैवी भाई
बीके भारत भूषण

Caption 
 

1 भ्राता कृष्ण पवार, कैबिनेट मंत्री, हरियाणा शिपिंग एविएशन टूरिज्म विंग के सदस्यों के साथ नमस्ते प्रोजेक्ट का पानीपत में लॉन्चिंग करते हुए।

2 भ्राता कृष्ण लाल पॉवर, कैबिनेट मिनिस्टर, हरियाणा को ईश्वरीय सौगात देते हुए राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी एवं शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग के मेंबर्स।

3 शिपिंग एविएशन और टूरिज्म विंग के नमस्ते प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले भारत के भिन्न भिन्न स्थानों से पधारे हुए बीके भाई बहनें।

4 शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग की  2 दिवसीय ट्रेनिंग का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करते हुए राजयोगिनी कमलेश दीदी जी,  राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी, बी के मनु भाई, बी के शैली बहन एवं अन्य।

5 शिपिंग एविएशन एंड टूरिज्म विंग की  2 दिवसीय ट्रेनिंग में अपनी शुभकामनाएं देते  भ्राता भारत भूषण जी।

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