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Panipat Gyan Mansarovar- पानीपत में 4 ब्रह्मकुमारियों बहनों का समर्पण समारोह -Samarpan Samaroh

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ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर  में पानीपत सर्कल की 4 बी के बहनों का समर्पण समारोह मनाया गया। यह समर्पण समारोह ज्ञान मानसरोवर परिसर के दादी चंद्रमणि यूनिवर्सल पीस ऑडिटोरियम में आयोजित  किया गया। इस समर्पण समारोह में  2000 से अधिक भाई  बहनों  ने भाग लिया।

इस समर्पण समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए  मुख्य रूप से राजयोगिनी चक्रधारी दीदी , राष्ट्रीय अध्यक्षा, महिला विंग, शक्ति नगर, दिल्ली   से पधारें। GRC  निदेशक बीके भारत भूषण, सर्कल  इंचार्ज राजयोगिनी  सरला दीदी, साउथ अमेरिका,  कोलोम्बिया से आये भ्राता मार्सेलो  और समर्पित होने वाली कन्याओं  ने दीप प्रज्जवलन कर इस  समर्पण  समारोह का शुभारंभ किया।
इस दौरान समर्पित होने वाली सभी बीके बहनों ने पूरी सभा के बीच मे ब्रह्माकुमारीज़ की धारणाओं को जीवन मे अपनाने का प्रतिज्ञा पत्र भी पढा और सभी बहनों ने अपनी भावना व्यक्त करते हए  ने कहा कि अब हमारा जीवन शिव पिता पर समर्पित है बुद्धि में यही रहे कि हमारा तो एक शिव बाबा दूसरा न कोई।   सब उस परमात्मा पिता का है। हमें  जीवन भर ट्रस्टी होकर रहना है। साथ – साथ मे उनके माता-पिता ने खुद अपनी कन्या का हाथ चक्रधारी दीदी के हाथों में सौंप दिया। फिर सभी कन्याओं ने मंच पर बने पंडाल में सुशोभित शिवलिंग की परिक्रमा की एवं  माला पहनाई। चक्रधारी बहन ने परमात्मा पिता शिव के प्रतीक चिन्ह वाली अंगूठी सभी बहनों को पहनाई।

 

राजयोगिनी चक्रधारी दीदी  ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा कि जीवन वही श्रेष्ठ है जो प्रभु के नाम समर्पित हो जाये।  विश्व कल्याण के लिए इन कन्याओं ने जो अपना सर्वस्व आज समर्पित किया है इससे महान कार्य और कुछ भी नही हो सकता।

 

बीके भारत भूषण ने कहा कि मुझे खुशी होती ये देखकर कि आज के मॉडर्न युग मे भी ये बहने दुनिया की चकाचौंध को छोड़ आध्यात्मिकता में अपनी रुचि रखे हुए हैं। धन्य है ऐसे माता  पिता जो इन  जैसी कन्याओं को जन्म को दिया।   इस मौके पर राजयोगिनी सरला दीदी ने भी अपने आशीर्वचन रखे और साथ-साथ सभी मेहमानों का शब्दों के माध्यम से आभार प्रकट किया।  उन्होंने कहा अगर हम अपने समय व शक्ति को मानव की भलाई के कार्य मे लगाएं तो हमारा जीवन आनन्द से भरपूर हो सकता है।साउथ अमेरिका कोलंबिया से आये भ्राता मार्सेलो ने भी सभी बहनों के लिए अपनी शुभकामनाएं  व्यक्त की।  मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का बीके कविता बहन, प्रभारी सुखदेव नगर, बिंदु बहन, प्रभारी नई प्रकाश नगर  व स्नेह बहन, प्रभारी, सफीदों  ने फूलों व गुलदस्तों से  स्वागत किया।

कार्यक्रम में मंच संचालन बीके सुनीता बहन, हुड्डा सेक्टर- 12 सेवाकेंद्र संचालिका ने किया। इस दौरान छोटे बच्चों द्वारा अनेकानेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किये गए।आज जो बहनें संस्था में समर्पित हुई उनके नाम क्रमशः बीके सुषमा बहन, बीके प्रीति बहन एवं मीनू बहन  बबैल सेवाकेंद्र, पानीपत  से  एवं बीके  प्रियंका  बहन, शिव नगर सेवाकेंद्र, पानीपत से है।  

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Grand Sant Sammelan in Gyan Mansarovar

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पानीपत ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर के दादी चंद्रमणि यूनिवर्सल पीस ऑडिटोरियम में विराट संत सम्मलेन का आयोजन किया गया।  इस संत सम्मेलन में  भिन्न भिन्न  स्थानों से  महामंडलेश्वर एवं  संतों ने भाग लिया।  इस विराट संत सम्मलेन की शोभा बढ़ाने के लिए  मुख्य रूप से  आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी, सहारनपुर,   महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, अंबाला कैंट,   आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश,  डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र से पधारे। साथ – साथ  राजयोगी रामनाथ भाई जी  धार्मिक विंग के हडक्वार्टर कोऑर्डिनेटर माउंट आबू से  पधारे।  संत सम्मलेन में  पानीपत एवं अन्य  शहरों के  800 से अधिक भाई बहनों ने भाग लिए।
      सभी  महामंडलेश्वरो को  एवं संतों को  बहनों ने  बैज लगाकर एवं गुलदस्तें देकर सम्मानित किया। राजयोगी रामनाथ भाई जी राजयोगी भ्राता भारत भूषण, राजयोगिनी सरला दीदी एवं सभी  महामंडलेश्वरो एवं संतों ने मिलकर  दीप प्रज्वलन कर इस संत सम्मलेन  का शुभारम्भ किया।

      आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर सहारनपुर ने अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि धर्म ही हमारी राष्ट्र की नीवं है।  धर्म हमें आपस में लड़ना नहीं सिखाता अपितु हमें आपस में प्यार से मिलजुलकर रहना सिखाता है। ब्रह्माकुमारीज़ में मैंने देखा है कैसे उनका सब के लिए रूहानी प्यार है इनके नैनों से चेहरे से परमात्म प्यार की अनुभूति होती है।

महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी अंबाला कैंट अपनी  शुभकामनायें देते हुए कहा कि अध्यात्म का अर्थ होता है आत्मा का अधिकारी हो जाना। आज मनुष्य के पास ज्ञान तो बहुत है लेकिन आवश्यकता है उसे जीवन में धारण कर स्वरूप में लेन की।
आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश, ने अपनी  शुभकामनायें देते हुए कहा कि गंगा स्नान करने से आत्मा पवन नहीं होती है आत्मा पावन तो परमात्मा की याद से होती है।  परमात्मा पारस की तरह है जब आत्मा परमात्मा के संग में रहती है तो वह भी सच्चा सोना बन जाती है।

राजयोगी रामनाथ भाई जी माउंट आबू अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज का मनुष्यों के दुखो का कारण अज्ञान है सारी दुनिया अज्ञानता की नींद में सोया हुई  है। लेकिन जब मनुष्य स्वयं एवं अपने परमपिता परमात्मा को जान जाते है तो उसके सरे दुःख दर्द समाप्त हो जाते है।

राजयोगी बी. के. भारत भूषण, निर्देशक, ज्ञान मानसरोवर ने कहा कि परमात्म शक्ति का अनुभव करने के लिए पहले आत्मिक शक्ति का अनभुव करना है।  तो स्वयं को  पहचाने, आत्मा का अनुभव करे तब स्वतः परमात्म  शक्ति का अनुभव होगा।

राजयोगिनी बी. के. सरला, सर्कल इंचार्ज , पानीपत  ने परमात्म शक्ति का अनुभव करने के लिए राजयोग का अभ्यास कराया।  बी. के. शिवानी बहन , पानीपत ने कुशल मंच का संचालन किया।  मंच पर डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र से एवं बी के सुरेश बहन, बिजनौर उपस्थित रहे।  कार्यक्रम में सभी का धन्यवाद बी के जगपाल, बिजनौर ने किया।

 

1.विराट संत सम्मेलन का दीप प्रज्वलन कर  शुभारम्भ करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, आचार्य परमानंद जी,  डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  राजयोगी रामनाथ भाई जी,  राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी एवं अन्य।

2.विराट संत सम्मेलन में मंच पर उपस्थित आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, आचार्य परमानंद जी,   डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  राजयोगी रामनाथ भाई जी,  राजयोगिनी सरला दीदी जी, भ्राता भारत भूषण जी एवं अन्य।

3.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए  आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी, सहारनपुर।

4.महामंडलेश्वर स्वामी शिव चैतन्य सरस्वती जी, अंबाला कैंट, को तिलक लगते हुए एवं ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।

5.आचार्य परमानंद जी  मध्य प्रदेश को ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।
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6. डॉक्टर प्रकाश मिश्रा,  कुरुक्षेत्र को ईश्वरीय सौगात देते हए राजयोगिनी सरला दीदी, राजयोगी रामनाथ भाई जी एवं भ्राता भारत भूषण जी।
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7.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए राजयोगी रामनाथ भाई जी।

8.विराट संत सम्मेलन  में अपनी शुभकामनायें देते हुए राजयोगी भारत भूषण भाई जी।

9.आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी,  साहरनपुर को शॉल उड़ाकर सम्मानित करते हुए भ्राता          भारत भूषण जी एवं भ्राता रामनाथ भाई जी।

10. विराट संत सम्मेलन का लाभ  लेते हुए भाई बहने।
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अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर में कार्यक्रम

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Panipat Gyan ManSarovar: पर्यावरण जागृति सप्ताह (2 जून से 9 जून)

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पानीपत के ब्रह्माकुमारीज ज्ञान मानसरोवर के हिस्ट्री  हॉल में विश्व पर्यावरण दिवस पर विश्व  पर्यावरण जागृति समारोह का आयोजन किया गया।   जिसमें उनके भाई बहनों ने भाग लिया।  इस विश्व पर्यावरण दिवस की  की शोभा बढ़ाने के लिए करनाल, सेक्टर 9  सेवा केंद्र, संचालिका  निर्मल बहन एवं बी.के डॉ अवतार भाई सीनियर  साइंटिस्ट NDRI करनाल  ने भाग लिया।  भ्राता भारत भूषण जी एवं सभी मंचाशीन ने  मिलकर  दीप प्रज्वलित कर  विधिवत तरीके से  इस विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
                        विश्व पर्यावरण दिवस पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए आदरणीय भ्राता  भारत भूषण जी नेशनल कोऑर्डिनेटर (साइंटिस्ट एंड इंजीनियरिंग आर्किटेक्ट विंग) ने कहा कि विश्व की सभी समस्याएं जो शुरू होती है वह 4 P से शुरू होती है सबसे पहली P  है पॉवर्टी अर्थात गरीबी दूसरी  P है पॉल्यूशन अर्थात प्रदूषण तीसरी P  है पापुलेशन अर्थात जनसंख्या और चौथी P पावर हंगर अर्थात सत्ता की भूख।   तो यह सभी समस्याएं जो शुरू होती है  इतनी समस्याओं को समाप्त करने के लिए  P है  वोह है प्यूरिटी अर्थात पवित्र तो हमें अपने मन को पवित्र बना लेना है तो सभी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।  साथ साथ  वृक्ष लगाने की भी प्रेरणा दी कि ना  केवल लगाना है अपितु उसकी पालना कर उसे बड़े भी करना है।   और   विश्व  पर्यावरण जागृति समारोह को 1 सप्ताह मनाने की भी प्रेरणा दी और पंजाब जॉन की भिन्न भिन्न शहरों को चुना गया।
बीके डॉ  अवतार भाई स्टेट कोऑर्डिनेटर हरियाणा  (साइंटिस्ट एंड इंजीनियरिंग आर्किटेक्ट विंग) ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का जो मनुष्य है प्रकृति से हटकर  साइंस के जो गैजेट्स  है जैसे  मोबाइल है फेसबुक है   व्हाट्सएप है और  यूट्यूब है इन  सब साधनों में  उलझ कर रह गया है  इसलिए उसका सम्बन्ध प्रकृति के साथ टूट गया है आवश्यकता है उसे इन चीजों से दूर रहे प्रकृति के साथ जोड़ने की जिससे हम पर्यावरण को बचा सके।
बीके निर्मल बहन  स्टेट  कोऑर्डिनेटर हरियाणा साइंटिस्ट एंड इंजीनियरिंग आर्किटेक्ट विंग ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा पर्यावरण प्रदूषण का कारण है हमारे मन का प्रदूषण जिससे ही सारी समस्याएं  होती है सबसे पहले मन का प्रदूषण मिटने की आवश्यकता है  उसके लिए  मेडिटेशन की जरूरत है। जो की ब्रह्माकुमारीज़ सेवाकेन्द्रों पर निशुल्क सिखाया जाता है।
मंच का कुशल  संचालन बीके दिव्या बहन ने किया यह सब कार्यक्रम साइंटिस्ट एंड इंजीनियरिंग आर्किटेक्ट विंग  के द्वारा आयोजित किए गए। कार्यक्रम में विश्व  पर्यावरण जागृति सप्ताह का लॉन्चिंग किया गया। यह पर्यावरण जागृति सप्ताह 2 जून से 9  जून तक मनाया गया । जिसमे पंजाब जॉन  के अनेक स्थानों में पर्यावरण सुरक्षा के कार्यक्रम किये गए।  
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